कलम उठाया सोच के मन में
उगलेगी ये प्यार
पापियों को देख देख कर
बन गयी ये तलवार
बन गयी ये तलवार
वार न जाये खाली
इसीलिए तलवार छोड़
फिर कलम उठा ली
कलम उठाया सोच के मन में
उगलेगी ये प्यार
पापियों को देख देख कर
बन गयी ये तलवार
बन गयी ये तलवार
वार न जाये खाली
इसीलिए तलवार छोड़
फिर कलम उठा ली