Skip to content

कलम 

कलम उठाया सोच के मन में

उगलेगी ये प्यार

पापियों को देख देख कर 

बन गयी ये तलवार

बन गयी ये तलवार 

वार न जाये खाली

इसीलिए तलवार छोड़

फिर कलम उठा ली 

Published inNews